motivation Story
एक समय कि बात है कि एक चुुुआ बहुुत ही डरपोक था वह अपने बिल से बहार नही आता था उस चुुए को।बिल्ली का डर था एक दिन उसे अनजान चुुुआ मिला उस चुुए को अनजान चुुुऐ नेेेेेे देखा उस केेेे हाल देेेख कर समझ गया उस चुुए को बिल्ली बना दिया डरपोक चुुए को बिल्ली बना दिया डरपोक चुुुआ शान फिरने गुुुुमने लगा। एक दिन उस के पीछे कुत्ते लग गए डर केे कारण बहार निकलना बंंद कर दिया फिर उसने अनजान चुुुए को उस के सााथ हुई हरकत बताई अनजान चूूऐ नेे उसे कूता बना दिया था डरपोक चुुुआ शान फिरने गुुुुमने लगा एक दिन उस के पीछे शेर लग गए डर केे कारण बहार निकलना बंंद कर दिया फिर उसे अअनजान चूूऐ नेे उसे शेेर बना दिया था वह बहुुुत ख़ुश हुुुआ वह जगल का राजा बना गया है लेकिन वह अपनी गूूूफा सेेेेे बहार निकलना तो उसेे अपने पिछे चारो ओर शिकारी ,फिरते देेेखे तो शिकारी उसे मारना चाहते थेे।इस डर केे कारण बहार निकलना बंंद कर दिया फिर उसे अनजान चुुुआ बोला कि मे तूम को कुछ भी बना दूर। लेकिन तुम्हारे अंदर का डर ख़त्म नहीं होगा डरपोक चुुुआ ने बोला कि मुझे चुआ बना दो । फिर से चुआ बना दो। उस चुए को बहुत खुशी फिर से अपनी जिंदगी जीने बिना किसी डर के जीना सीख गया
शिक्षा मिलती है कि डर केवल एक विचार होता है वह हमारे अंदर का डर निकल जाएगी तो हम निडर होजाएगे
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