motivation line
Hard Study Motivation in Hindi – यार पढ़ाई में मन नहीं लग रहा, जब भी पढ़ने बैठता हूँ नींद आने लगती है ऐसा फील होता है जैसे मैं पढ़ाई के बंधन में बंधके अपनी जवानी बेकार कर रहा हूँ।
मोबाइल चलाने का मन करता है, चैटिंग करने का मन करता है, दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाने का मन करता है, हर पल यही सोचते रहता हूँ की ये पढ़ाई किसने बनाई, यही सोचा हूँ की टॉप करने वाले Students कैसे पढ़ते होंगे, वो कैसे ले आते है इतने मार्क्स, उनकी मेमोरी इतनी शार्प कैसे होती है, क्यों कोई Student एग्जाम में 99 % ले आता है।
जब की तुम्हे लगता है की तुम बहुत पढ़ते हो और फिर भी तुम्हारे मार्क्स बहुत कम आते है। ऐसा क्या होता है जो एक टोपर को तुमसे अलग बनाता है इसका जवाब मुझे तुमसे चाहिए। ऐसा क्या है जो किसी और के पास है और तुम्हारे पास नहीं है, ऐसा कौन का काम है जो एक टॉपर कर सकता है और तू नहीं कर सकता, ऐसा क्या है जो उसको By Birth मिला है और तुम्हे नहीं सोचे कभी।
डीप से सोचने बैठोगे तो बहुत जवाब मिलेंगे ,सबसे पहला तो ये की तुममे और एक टोपर में बियोलॉजिकली कोई फरक नहीं है तुम्हारे शारारिक अंग भी उसी तरह से काम करते है जैसे उनके करते है, तुम्हारी आँखे भी 2 को 2 पढ़ती है और 8 को 8 , तुम भी सोते हो और एक टोपर भी सोता है, तुम भी मोबाइल यूज़ करते हो और वो भी, उसके पास भी वही Syllabus है ,टाइम है, मौसम है और तुम्हारी ही तरह अँधेरे में ना पढ़ पाने
तो फिर फरक किस चीज़ का है फरक बहुत कम है एक फर्क है टाइम और Priorities का यानि वक्त और प्राथमिकताओं का एक टोपर को पता होता है की कौन सी चीज़ को या कौन से काम को कब और कितना समय देना है। जैसे अगर मुझे पता है की मोबाइल यूज़ करने से मैं अपने काम से डिस्ट्रक्ट हो जाऊंगा। तो मैं उस जरुरी काम को पहले निबटाउंगा और मोबाइल के मैसेज बाद में चेक करूँगा।
कही कोई आग नहीं लग रही है तुम्हारे सपने सबसे पहले है और दूसरा क्या है जो एक टोपर को तुमसे अलग करता है। तुम्हारा मकसद सिर्फ पढ़ना होता है, रटना होता है, मार्क्स लाना होता है, जबकि एक टोपर का मकसद सिर्फ पढ़ना कभी नहीं होता उसका मकसद कुछ और होता है।
पढ़ाई तो सिर्फ एक माध्यम होता है जो उसको उसकी मंज़िल तक पंहुचाने के लायक बनाता है इस लिए उसको पढ़ते टाइम नींद नहीं आती है क्योकि उसको पता होता है की वो सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं पढ़ रहा बल्कि कोई बड़ा काम करने के लिए, अपना नाम करने के लिए पढ़ रहा है और यही बात उसको ताक़त देती है।
और क्या फर्क होता है एक टोपर और एक Average Student में, टोपर कभी भी रटता नहीं है वो चीज़ो को कांसेप्ट को समझता है उनको प्रैक्टिकल वे में अप्लाई करता है इसलिए वो उनको भूलता नहीं है।
जो तुम्हारे ऊपर पंखा चल रहा है कभी तुमने बिजली कटने के बाद ये नोटिस किया है की वो कितने सेकंड बाद रुकता है और उस से फिर ये जानने की कोशिश की है की अगर इसको रेगुलेटर से आधी स्पीड पर चलते हुए रोकेंगे तो कितनी सेकंड में रुकेगा।
क्या तुमने कभी ये जानने की कोशिश करी है की जो Tube Light तुम्हारे रूम में लगी है वो एक सेकंड में कितनी बार फ्लिक करती है वो एक घंटे में कितनी यूनिट निकालती है। अगर पता किया होगा तो Exam में कभी पावर Consumption का आंसर गलत नहीं होगा।फरक है एक एवरेज और एक उस Student में जो ज़िंदगी के किसी मकसद के लिए पढ़ता है क्योकि रटा गया ज्ञान तो अगली क्लास में जाते ही गायब हो जायेगा लेकिन सीखा हुआ कांसेप्ट ज़िंदगी में बहुत बार काम आता है और याद रखना हर वो रात जिसकी नींद तुमने पढ़ने के लिए कुर्बान कर दी है वो अपना क़र्ज़ जरूर चुकाएगा। थोड़ा धैर्य रखो अपनी मेहनत पर विस्वाश रखो तुम्हारी जीत फिक्स होने वाली है।
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